बन्दर को वो अंडे बेहद पसंद आ जाते हैं। बन्दर उसे चुराने की सोचता है। लेकिन उस घोंसले पर चिड़िया बैठी होती हैं, जो उन अंडों की निगरानी कर रही होती हैं। इस वजह से बंदर उस अंडे को चुरा नहीं पाता। लेकिन बन्दर वही बैठ कर चिड़िया का वहां से जाने का इंतजार करता हैं। जैसे ही वह चिड़िया वहां से जाती हैं, वह बन्दर घोंसले के पास जाता हैं और उनमें पड़े अंडों को बड़ी उत्सुकता से देखने लगता हैं। बन्दर को वो अंडे काफी आकर्षित कर रहे थे। अब चिड़िया के आने का समय हो रहा था, इसलिए बन्दर वहां से जल्दी से एक अंडा उठाकर भाग जाता हैं।